27 February 2023 Current Affairs के महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स
हरि बालकृष्णन ने 2023 मार्कोनी पुरस्कार जीता
कंप्यूटर वैज्ञानिक हरि बालकृष्णन को 2023 मार्कोनी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। डॉ. बालकृष्णन मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस विभाग में प्रोफेसर हैं।
- उन्हें यह पुरस्कार वायर्ड और वायरलेस नेटवर्किंग, मोबाइल सेंसिंग और वितरित सिस्टम में उनकी मौलिक खोजों के समाज पर व्यापक प्रभाव की पहचान के लिए दिया गया है।
हरि बालकृष्णन के बारे में
- हरि बालकृष्णन मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस विभाग में कंप्यूटर साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फुजित्सु प्रोफेसर हैं।
- वह कैम्ब्रिज मोबाइल टेलीमैटिक्स (CMT) के संस्थापक, मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी और अध्यक्ष भी हैं।
मारकोनी पुरस्कार के बारे में
- मार्कोनी पुरस्कार मार्कोनी सोसाइटी का प्रमुख पुरस्कार है,
- यह पुरस्कार सूचना और संचार प्रौद्योगिकी की उन्नति के माध्यम से डिजिटल समावेशिता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले नवप्रवर्तकों को प्रतिवर्ष दिया जाता है।
- मारकोनी पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की एक स्वतंत्र चयन समिति द्वारा इस पुरस्कार की सिफारिश की जाती है और मारकोनी सोसाइटी बोर्ड द्वारा अनुमोदित किया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय आईपी सूचकांक में भारत 55 देशों में 42वें स्थान पर
यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स की नवीनतम अंतर्राष्ट्रीय आईपी इंडेक्स रिपोर्ट में भारत को 55 देशों में से 42वें स्थान पर रखा गया है।
- 2023 के सूचकांक में संयुक्त राज्य अमेरिका पहले स्थान पर है, उसके बाद यूके और फ्रांस हैं।
- रिपोर्ट के अनुसार भारत का आकार और आर्थिक प्रभाव विश्व मंच पर बढ़ रहा है।
- भारत आईपी-संचालित नवाचार के माध्यम से अपनी अर्थव्यवस्था को बदलने की मांग करने वाले उभरते बाजारों के लिए एक नेता बनने के लिए तैयार है।
- भारत ने कॉपीराइट–उल्लंघन के खिलाफ प्रवर्तन में सुधार के लिए कदम उठाए हैं और आईपी संपत्तियों की बेहतर समझ और उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक सर्वोत्तम-इन-क्लास ढांचा प्रदान करता है।
- रिपोर्ट के अनुसार आईपी ढांचे में लंबे समय से चली आ रही खामियों को दूर करने के लिए एक नया मॉडल बनाना भारत की निरंतर आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण होगा।
- “गतिशील” निषेधाज्ञा आदेश जारी करने के माध्यम से कॉपीराइट पायरेसी में निरंतर मजबूत प्रयास, ऑनलाइन ट्रेडमार्क उल्लंघन और नुकसान पर बेहतर प्रयास और उदार आर एंड डी और आईपी आधारित कर प्रोत्साहन भारत के कुछ मजबूत पक्ष हैं।
भारत की कमजोरियाँ
- भारत की कमजोरियों के प्रमुख क्षेत्रों में आईपी अपील बोर्ड का 2021 का विघटन होना है।
- बायोफार्मास्यूटिकल आईपी अधिकारों की सुरक्षा के लिए सीमित ढांचा और पेटेंट योग्यता आवश्यकताएं जो अंतर्राष्ट्रीय मानकों से बाहर हैं, भारत कीअन्य कमजोरियां हैं।
अंतर्राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सूचकांक के बारे में
- यह यूएस चैंबर्स ऑफ कॉमर्स द्वारा संकलित एक वार्षिक रिपोर्ट है।
- यह दुनिया की 55 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में आईपी अधिकारों की सुरक्षा का मूल्यांकन करता है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 90% का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- रिपोर्ट में पेटेंट और कॉपीराइट कानूनों से लेकर आईपी संपत्तियों के मुद्रीकरण की क्षमता और अंतरराष्ट्रीय समझौतों का अनुसमर्थन शामिल है।
- सूचकांक का उद्देश्य राष्ट्रों को अधिक नवाचार, रचनात्मकता और प्रतिस्पर्धात्मकता द्वारा चिह्नित एक उज्जवल आर्थिक भविष्य की ओर ले जाने में मदद करना है।
बौद्धिक संपदा अधिकार
- बौद्धिक संपदा अधिकार व्यक्तियों/कंपनियों को उनके दिमाग की रचनाओं पर दिए गए अधिकार हैं।
- वे आमतौर पर निर्माता को एक निश्चित अवधि के लिए अपनी रचना के उपयोग पर विशेष अधिकार देते हैं।
- उदाहरण के लिए एक नए सॉफ्टवेयर का विकास या नई दवा की खोज।
प्रधानमंत्री ने दिल्ली-कर्नाटक संघ के अमृत महोत्सव ‘बरिसू कन्नड़ दिम दिमावा’ का उद्घाटन किया
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘बरिसू कन्नड़ दिम दिमावा‘ सांस्कृतिक उत्सव का उद्घाटन किया।
- यह त्योहार आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में आयोजित किया जाता है और कर्नाटक की संस्कृति, परंपराओं और इतिहास का जश्न मनाता है।
- प्रधानमंत्री के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ के दृष्टिकोण के अनुरूप, कर्नाटक की संस्कृति, परंपराओं और इतिहास का जश्न मनाने के लिए ‘बरिसू कन्नड़ दिम दिमवा’ सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किया जा रहा है।
एक भारत श्रेष्ठ भारत
- सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती के अवसर पर 31 अक्टूबर, 2015 को प्रधान मंत्री मोदी द्वारा एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम शुरू किया गया था।
- यह कार्यक्रम सरकार द्वारा राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देने और हमारे देश के लोगों के बीच भावनात्मक बंधन के ताने-बाने को मजबूत करने के लिए एक अनूठी पहल है।
- देश के प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को एक समय अवधि के लिए दूसरे राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के साथ जोड़ा जाएगा, जिसके दौरान वे भाषा, साहित्य, भोजन, त्योहारों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पर्यटन आदि के क्षेत्र में एक दूसरे के साथ एक संरचित जुड़ाव करेंगे।
एलोरा-अजंता अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव 2023 महाराष्ट्र में शुरू हुआ
सात साल के अंतराल के बाद, डॉ बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के परिसर में स्थित ऐतिहासिक सोनारी महल में 25 फरवरी को तीन दिवसीय एलोरा–अजंता अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव शुरूहुआ।
- सोनेरी महल में एलोरा और अजंता की आकर्षक प्रतिकृतियों को सजाया गया है। यह औरंगाबाद की समृद्ध परंपरा को दर्शाता है।
- कार्यक्रम की शुरुआत मयूर वैद्य और मृण्मयी देशपांडे के कत्थक नृत्य से हुई।
- सितार वादक उस्ताद सुजात हुसैन तबला वादक अमित चौबे और मुकेश जाधव ने प्रस्तुति दी।
- ढोल वादक पदमश्री शिव मणि, सितार वादक रवि चारी, पियानो वादक संगीत हल्दीपुर, खंजीरा वादक सेल्वा गणेश, बास गिटार वादक शेल्डन डिसिल्वा और अदिति भागवत भी कथक नृत्य की प्रस्तुति देंगे।
- केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड ने इस महोत्सव का उद्घाटन किया।
एलोरा–अजंता अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव के बारे में
- एलोरा अजंता महोत्सव एक वार्षिक उत्सव, जहां देश भर के गायक और नर्तक अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए एकत्रित होते हैं।
- भारतीय शास्त्रीय कला के रूप, विशेष रूप से कथक और ओडिसी लोकप्रिय कलाकारों द्वारा प्रदर्शित किए जाते हैं।
- पहले, सभी शो एलोरा में आयोजित किए जाते थे, हाल के दिनों में इसका स्थान बदलकर औरंगाबाद में सोनेरी महल कर दिया गया है।
- यह महोत्सव न केवल नृत्य शो के लिए है, बल्कि कई स्थानीय कलाकारों के लिए उनके हस्तशिल्प और उनके द्वारा बनाए गए अन्य अद्भुत कलाकृतियों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में भी कार्य करता है।
- महोत्सव में भारत के समृद्ध इतिहास और इसकी सांस्कृतिक परंपराओं को बेहतरीन तरीके से दुनिया के सामने पेश किया जाता है।
महाराष्ट्र के अन्य त्यौहार
गुडी पडवा
- यह त्योहार आम तौर पर महाराष्ट्रीयन द्वारा हिंदू नव वर्ष समारोह के रूप में मनाया जाता है।
पोला महोत्सव
- यह एक फसल उत्सव है और पूरे महाराष्ट्र राज्य में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में मनाया जाता है।
एलिफेंटा महोत्सव
- एलिफेंटा उत्सव हर साल फरवरी में आयोजित किया जाता है। एलिफेंटा मुंबई के पास एक छोटा सा द्वीप है।
कालिदास महोत्सव
- प्रसिद्ध संस्कृत कवि और नाटककार कालिदास के सम्मान में नागपुर के रामटेक क्षेत्र में प्रतिवर्ष नवंबर के महीने में कालिदास समारोह आयोजित किया जाता है।
डेजर्ट फ्लैग VIII अभ्यास में भाग लेने के लिए भारतीय वायु सेना का दल संयुक्त अरब अमीरात पहुंचा
110 वायु योद्धाओं वाली एक भारतीय वायु सेना की टुकड़ी 25 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा हवाई अड्डे पर अभ्यास ‘डेजर्ट फ्लैग VIII’ में भाग लेने के लिए पहुंची।
- भारत में निर्मित लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक बहुराष्ट्रीय अभ्यास में पहली बार अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा।
- IAF पांच LCA तेजस और दो C-17 ग्लोबमास्टर III विमानों के साथ भाग लेगा।
एक्सरसाइज डेजर्ट फ्लैग के बारे में
- यह एक बहुपक्षीय हवाई अभ्यास है जिसमें संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, कुवैत, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, बहरीन, मोरक्को, स्पेन, कोरिया गणराज्य और संयुक्त राज्य अमेरिका की वायु सेनाएं भी भाग लेंगी।
- यह अभ्यास 27 फरवरी से 17 मार्च तक चलेगी।
- अभ्यास का उद्देश्य विविध लड़ाकू कार्यक्रमों में भाग लेने के साथ विभिन्न देशों के वायु सेनाओं के सर्वोत्तम अभ्यासों से सीखना है।
तेजस लड़ाकू विमान
- यह एक ‘स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान‘ है।
- इसे ‘एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए)‘ और ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड‘ (एचएएल) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
- यह सबसे छोटा–हल्का सिंगल–इंजन ‘मल्टीरोल टैक्टिकल फाइटर एयरक्राफ्ट‘ है।
- इसे रूस के मिग-21 लड़ाकू विमानों पर भारत की निर्भरता कम करने और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
- इसे हवा से हवा, हवा से सतह पर मार करने वाले हथियारों की रेंज ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है।
- यह यात्रा के दौरान आसमान में ईंधन भरने में सक्षम है और इसकी अधिकतम पेलोड क्षमता 4000 किलोग्राम है।
- यह मैक 1.8 की अधिकतम गति प्राप्त कर सकता है और इसकी सीमा 3,000 किमी है।
भारतीय वायु सेना, ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स के साथ करेगी अभ्यास कोबरा वारियर
भारतीय वायु सेना, ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स के वैडिंगटन एयर फोर्स बेस में अभ्यास कोबरा वॉरियर में भाग लेने के लिए प्रस्थान किया। इस अभ्यास का आयोजन 06 मार्च 2023 से लेकर 24 मार्च 2023 तक प्रस्तावित है।
- अभ्यास कोबरा वॉरियर एक बहुपक्षीय वायु सैन्य अभ्यास है, जिसमें फिनलैंड, स्वीडन, दक्षिण अफ्रीका, अमरीका और सिंगापुर की वायु सेनाएं भी रॉयल एयर फोर्स तथा भारतीय वायु सेना के साथ भाग ले रही हैं।
- भारतीय वायु0 सेना इस वर्ष पांच मिराज 2000 लड़ाकू विमानों, दो सी-17 ग्लोबमास्टर III और एक आईएल-78 मिड एयर रिफ्यूलर विमान के साथ इस अभ्यास में भाग ले रही है।
- इस अभ्यास का उद्देश्य भिन्न-भिन्न लड़ाकू विमानों की विविध गतिविधियों में शामिल होना और अलग-अलग वायु सेनाओं की सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों से सीखना है।
सरकार प्रथम बार बंजारा समुदाय के धार्मिक गुरु संत सेवालाल महाराज के जयंती का आयोजन किया
केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय पहली बार बंजारा समुदाय के आध्यात्मिक और धार्मिक गुरु संत सेवालाल महाराज की 284वीं जयंती के उपलक्ष्य में पूरे साल उत्सव का आयोजन कर रहा है।
- आजादी का अमृत महोत्सव के तहत यह जयंती वर्ष कार्यक्रम 26 फरवरी, 2023 को आरंभ हुआ। इसके तहत 26-27 फरवरी, 2023 को नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 284वें जयंती समारोह के एक भाग के रूप में दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।
- इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गृह मंत्री अमित शाह को आमंत्रित किया गया।
- पिछले 3 वर्षों से नई दिल्ली स्थित संत सेवालाल महाराज चैरिटेबल ट्रस्ट दिल्ली में इसका उत्सव मनाता रहा है।
संत सेवालाल महाराज:
- इनका जन्म 15 फरवरी, 1739 को कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के सुरगोंडनकोप्पा में हुआ था।
- इन्हें बंजारा समुदाय का समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरु माना जाता है।
- आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में उनके असाधारण ज्ञान, उत्कृष्ट कौशल और आध्यात्मिक पृष्ठभूमि के कारण वे आदिवासी समुदायों में प्रचलित मिथकों व अंधविश्वासों को दूर करने और उनके जीवन में सुधार लाने में सक्षम थे।
- कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में संत सेवालाल महाराज हर बंजारा परिवार के पूजनीय प्रतीक हैं।
- फरवरी में इन सभी राज्यों में संत सेवालाल महाराज जी की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है।
- संत सेवालाल जी का समाधि स्थल महाराष्ट्र के वाशिम जिला स्थित मनोरा तालुका के पोहरादेवी में स्थित है, जिसे बंजारा काशी के नाम से भी जाना जाता है।
एचसीए फिल्म अवॉर्ड्स 2023 में आरआरआर को पुरस्कार
हॉलीवुड क्रिटिक्स एसोसिएशन (एचसीए) फिल्म अवॉर्ड्स 2023 में आरआरआर ने तीन बड़े पुरस्कार प्राप्त किया है।
- एसएस राजमौली निर्देशित इस फिल्म को बेस्ट एक्शन फिल्म, बेस्ट स्टंट्स, बेस्ट इंटरनेशनल फिल्म और नाटू नाटू गाने को बेस्ट सॉन्ग का एचसीए फिल्म अवॉर्ड दिया गया है।
- हॉलीवुड क्रिटिक्स एसोसिएशन अवॉर्ड्स 2023 में राम चरण ने अवॉर्ड भी प्रेजेंट किया। वो प्रेजेंटर्स की लिस्ट में इकलौते भारतीय एक्टर थे। फिल्म आरआरआर को एचसीए फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्शन फिल्म, बेस्ट स्टंट्स, बेस्ट सॉन्ग, बेस्ट एडिटिंग, बेस्ट इंटरनेशनल फिल्म कैटेगरी में नॉमिनेशन मिला था।
- आरआरआर के फिल्म के गाने ‘नाटू नाटू’ (Natu Natu) ने ग्रैमी अवॉर्ड जीतकर रिकॉर्ड बनाया था।
अवॉर्ड सेरेमनी में अन्य अवॉर्ड:
- एचसीए फिल्म अवॉर्ड्स 2023 में सबसे ज्यादा नॉमिनेशन हॉलीवुड फिल्म एव्रीथिंग एवरीव्हेयर ऑल एट वन्स को मिले थे। ये फिल्म 16 कैटेगरी में नॉमिनेशन मिला था। इसे बेस्ट एडिटिंग का अवॉर्ड मिला। साथ ही फिल्म के एक्टर के हुये कुआं (Ke Huy Quan) ने बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड जीता।
- फिल्म अवतार: वे ऑफ वॉटर को बेस्ट विजुअल इफेक्ट्स,
- टॉम क्रूज की फिल्म टॉपगन मेवरिक को बेस्ट साउन्ड, डायरेक्टर Guillermo del Toro की फिल्म Pinocchio को बेस्ट एनिमेटेड फिल्म, नेटफ्लिक्स की ग्लास अनियन को बेस्ट कॉमेडी और फिल्म द ब्लैक फोन को बेस्ट हॉरर फिल्म का अवॉर्ड मिला।
राष्ट्रीय प्रोटीन दिवस : 27 फरवरी
देश में प्रत्येक वर्ष 27 फरवरी को ‘राष्ट्रिय प्रोटीन दिवस’ मनाया जाता है। राष्ट्रीय स्तर की सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल, ‘राइट टू प्रोटीन’ ने 27 फरवरी, 2020 को भारत में प्रथम ‘प्रोटीन दिवस’ का आयोजन किया गया था।
- इस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रोटीन के पोषण संबंधी होने वाले लाभों के सन्दर्भ में जागरूकता फैलाना है।
मानव शरीर में प्रोटीन की आवश्यकता:
- प्रोटीन से शरीर की इम्युनिटी मजबूत होती है, और शरीर सुचारू रूप से कार्य कर पाता है।
- एक सामान्य व्यक्ति को कम से कम 45 से 60 ग्राम प्रोटीन प्रतिदिन लेने की आवश्यकता होती है। हमें अपने वजन के अनुसार, 0.8 से 1 ग्राम प्रति किलो प्रोटीन लेना चाहिए।
- भारत सरकार पिछले कुछ समय से पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रयास कर रही है, इसके लिए आरंभ की गयी कुछ प्रमुख पहलें इस प्रकार से हैं:
पोषण अभियान:
- यह केन्द्रीय महिला व बाल विकास मंत्रालय का एक फ्लैगशिप कार्यक्रम है।
- पोषण अभियान (POSHAN:प्राइम मिनिस्टरस ओवर्रिचिंग स्कीम फॉर होलिस्टिक नुट्रिशन) को मार्च 2018 में राजस्थान के झुंझुनू से शुभारंभ किया गया था।
- इस अभियान का मुख्य उद्देश्य, गर्भवती महिलाओं, माताओं व बच्चों के पोषण की आवश्यकताओं को पूरा करना है। इसके अतिरिक्त इसका लक्ष्य बच्चों, महिलाओं में खून की कमी (अनीमिया) को दूर करना भी है।
- यह कार्यक्रम आँगन वाड़ी सेवा, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, मनरेगा से जुड़ा है।
राष्ट्रीय पोषण माह:
- इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रसवपूर्व देखभाल, स्तनपान तथा एनीमिया, तथा बालिकाओं के लिए पोषण का महत्व, स्वच्छता तथा विवाह की सही उम्र के बारे में जागरूकता फैलाना है।
- यह केन्द्रीय सरकार के विभिन्न मंत्रालयों द्वारा आयोजित किया जाता है जिसमें मुख्यतः नीति आयोग, महिला व बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, पेयजल व स्वच्छता मंत्रलाय आदि का योगदान है।
एंटरप्रेन्योर ऑफ़ द इयर 2022 : सज्जन जिंदल
केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भारतीय उद्योगपति, सज्जन जिंदल को वर्ष 2022 के लिए बेस्ट एंटरप्रेन्योर ऑफ़ द इयर अवार्ड से सम्मानित किया।
- इसी समारोह में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार डीएलएफ ग्रुप के चेयरमैन केपी सिंह को दिया गया।
- केपी सिंह को विशेषतौर पर गुड़गांव में डीएलएफ सिटी बसाने को लेकर जाना जाता है।
- इसी समारोह में स्टार्टअप कैटेगिरी में प्रतापनेनी (MedGenome के को फाउंडर) को पुरस्कृत किया गया।
- इसी तरह से फाइनेंशियल सविसेज कैटेगिरी में इंडसइंड फर्स्ट बैंक के एमडी और सीईओ, महेंद्र शाह को भी पुरस्कृत किया गया।
सज्जन जिंदल:
- सज्जन जिंदल JSW समूह की कंपनियों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। वो अपने विजन और दूरदर्शिता के कारण ही समूह को स्टील से खनन, ऊर्जा, खेल, बुनियादी ढांचे और सॉफ्टवेयर व्यवसाय में एक विशेष स्थान प्राप्त हुआ है।
- जिंदल, जिन्होंने 2021 से 2022 तक वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में काम किया है, वो रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बेंगलुरु के एक मैकेनिकल इंजीनियर रह हैं।
- 2014 में इंडियन स्टील एसोसिएशन की स्थापना में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आईएएफ ने विकसित किया स्वदेशी डेटा लिंक संचार: वायुलिंक
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने एक उपलब्धि के तौर पर स्वदेश निर्मित जैमर–प्रूफ कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म ‘वायुलिंक‘ का शुभारंभ किया है। यह खराब मौसम में भी बेस स्टेशन के साथ संपर्क बनाये रखने में सहायक होगा।
- यह आईएएफ द्वारा विकसित किया एक बेहद सुरक्षित कम्युनिकेशन सिस्टम है।
- एयरो इंडिया 2023 में, आईएएफ ने इसके सन्दर्भ में जानकारी दी है और अपने इस वायलिंक प्लेटफार्म के बारें में विस्तृत जानकारी हेतु एक गैलरी का भी आयोजन किया।
प्लेटफॉर्म वायुलिंक:
- वायुलिंक एक एड-हॉक डेटा लिंक कम्युनिकेशन सिस्टम है, जो एक विमान में स्थापित होने पर, सुरक्षित चैनल पर एन्क्रिप्टेड ट्रैफ़िक डेटा के साथ-साथ अन्य विमानों की स्थिति को बताने में मदद करता है।
- जैमर-प्रूफ प्लेटफॉर्म ‘वायुलिंक’ डेटा लिंक संचार भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (आईआरएनएसएस) का उपयोग करता है, जिसे नाविक भी कहा जाता है।
वायुलिंक से होने वाले लाभ:
- इस प्लेटफॉर्म से कमजोर सिग्नल की स्थिति में भी आधार स्टेशन पर रेडियो संचार भेजा जा सकता है।
- यह सिस्टम आईएएफ के लिए काफी सहायक है। क्योंकि युद्ध की स्थिति के दौरान जब विमान किसी मित्र सेना के करीब उड़ान भर रहे होते हैं, तो यह सिस्टम विमान की वास्तविक स्थिति को बताने में सहायक होता है।
- इससे पायलटों को मौसम के बारे में सही और सटीक जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलती है। विशेष रूप से यह पहाड़ियों के ऊपर उड़ान भर रहे विमानों को भी सही संचार प्रदान करने में मदद करता है।
- यह युद्ध की स्थिति में फ्रेट्रिकाइड को रोकने में मदद करता है। साथ ही यह पता करने में मदद करता है की हमारी थल सेना कहां मौजूद है।
- इसके द्वारा फाइटर विमानों की आपसी टक्कर को भी रोका जा सकता है। जो एक सटीक टीमिंग सिस्टम सर्विस प्रदान करती है। यह रियल टाइम लक्ष्यों को निर्धारित करने में भी मदद करती है जिसकी सहायता से कई टीमें एक साथ मिलकर लक्ष्य पर हमला कर सकती है।
- स्वदेशी जैमर–प्रूफ कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म ‘वायुलिंक‘ देश की तीनों सेनाओं के लिए सहायक है।
चीन ने लॉन्च किया झोंगशिंग-26 उपग्रह
चीन ने फरवरी 2023 में 333 मिलियन डालर की लागत से झोंगशिंग-26 उपग्रह का प्रक्षेपण किया है।
- झोंगशिंग-26 उपग्रह को लॉन्ग मार्च 3बी रॉकेट से लॉन्च किया गया था। इस उपग्रह का मुख्य उद्देश्य विमानन और जहाज संबंधी कार्यों के लिए ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करना है।
- झोंगशिंग-26 को चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (सीएएसटी) द्वारा लॉन्च किया गया था। सीएएसटी 2023 में 60 और लॉन्च करने की योजना बनाया है।
- रॉकेट तीसरे चरण में तरल हाइड्रोजन और तरल ऑक्सीजन ईंधन का उपयोग करता है। तरल रॉकेट ईंधन को अपने रूप में बने रहने के लिए नियंत्रित तापमान की आवश्यकता होती है।
- चीन आने वाले समय में अपने 60 मिशनों में 200 से अधिक अंतरिक्ष यान लॉन्च करने वाला है।
- चीन 2023 के अंत तक एक कार्गो क्राफ्ट तियानझोउ-6 लांच करने की योजना है।
- साथ ही अपने तियांगोंग स्पेस स्टेशन को मजबूत करने के लिए शेनझोउ-16 और शेनझोउ-17 जैसे क्रू मिशन को लॉन्च की योजना है।
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