09 November 2022 Current Affairs की महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स
- 2017 की तुलना में 909 मूल्यांकन इकाइयों में भूजल की स्थिति में सुधार: जल शक्ति मंत्रालय की रिपोर्ट
- उत्तर प्रदेश सरकार 2041 तक वृंदावन-मथुरा तीर्थस्थल को कार्बन न्यूट्रल बनाएगी
- देहरादून में इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन की 42वीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस का उद्घाटन
- मालाबार नौसैनिक अभ्यास का 26 वां संस्करण जापानी द्वीप योकोसुका से शुरू हुआ
- राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (09 November 2022 Current Affairs)
- वाराणसी में आयोजित होगा पीएम गति शक्ति मल्टीमॉडल जलमार्ग शिखर सम्मेलन
- बाली शिखर सम्मेलन में जी- 20 नेताओं को हिमाचल प्रदेश की कलाकृतियां भेंट करेंगे पीएम मोदी
- 15वीं एशियाई एयरगन चैंपियनशिप 2022 दक्षिण कोरिया के डेगू में शुरू हुआ
- कतर में 20 नवंबर से खेला जाएगा फीफा विश्व कप 2022 (09 November 2022 Current Affairs)
- फोर्ब्स की एशियाई व्यवसायी महिलाओं की सूची में तीन भारतीय महिलाएं शामिल (09 November 2022 Current Affairs)
- उत्तराखंड स्थापना दिवस (09 November 2022 Current Affairs)
2017 की तुलना में 909 मूल्यांकन इकाइयों में भूजल की स्थिति में सुधार: जल शक्ति मंत्रालय की रिपोर्ट
- गतिशील भूजल संसाधन आकलन रिपोर्ट 2022 के अनुसार 2017 में किए गए आकलन की तुलना में देश की 909 मूल्यांकन इकाइयों में भूजल की स्थिति में सुधार हुआ है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 9 नवंबर 2022 को नई दिल्ली में गतिशील भूजल संसाधन आकलन रिपोर्ट 2022 जारी की।
- मूल्यांकन केंद्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी)और राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों के साथ संयुक्त रूप से किया गया जाता है ।सीजीडब्ल्यूबी और राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच इस तरह के संयुक्त अभ्यास। इससे पहले 1980, 1995, 2004, 2009, 2011, 2013, 2017 और 2020 में किए गए थे।
2022 की रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएं
- 2022 की आकलन रिपोर्ट के अनुसार, पूरे देश में कुल वार्षिक भूजल पुनर्भरण 437.60 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है।
- पूरे देश के लिए वार्षिक भूजल निकासी 239.16 बीसीएम है।
- देश में कुल 7089 मूल्यांकन इकाइयों में से, 1006 इकाइयों को ‘अति–शोषित‘ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। (इसका मतलब है कि जिस दर से पानी निकाला जाता है वह उस दर से अधिक होता है जिस पर जलभृत रिचार्ज करने में सक्षम होता है))
- विश्लेषण, 2017 के आकलन डेटा की तुलना में देश में 909 मूल्यांकन इकाइयों में भूजल की स्थिति में सुधार का संकेत देता है।
- आकलन भूजल पुनर्भरण में समग्र वृद्धि दर्शाता है
उत्तर प्रदेश सरकार 2041 तक वृंदावन-मथुरा तीर्थस्थल को कार्बन न्यूट्रल बनाएगी
- उत्तर प्रदेश सरकार ने 2041 तक वृंदावन–मथुरा पर्यटक तीर्थस्थल को कार्बन न्यूट्रल बनाने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है। कार्बन न्यूट्रल स्थिति की योजना बनाने वाला यह भारत का पहला पर्यटन केंद्र है ।
- सरकार को उम्मीद है कि मथुरा वृंदावन क्षेत्र में पर्यटकों का आगमन वर्तमान 2.3 करोड़ प्रति वर्ष से बढ़कर 2041 में लगभग 6 करोड़ हो जाएगा। लोगों के आगमन में अपेक्षित वृद्धि और कार्बन फुटप्रिंट में वृद्धि से निपटने के लिए, सरकार ने 2041 तक इस क्षेत्र को कार्बन न्यूट्रल बनाने की योजना बनाई है।
सरकार की योजना
- पूरे तीर्थ क्षेत्र को चार समूहों में विभाजित किया जाएगा, जिनमें से प्रत्येक में आठ प्रमुख स्थलों में से दो होंगे।
- योजना में ‘परिक्रमा पथ’ नामक छोटे सर्किट बनाने का प्रस्ताव है, जहाँ तीर्थयात्री पैदल या इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग कर सकते हैं।
- कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए सरकार का इरादा पूरे ब्रज क्षेत्र में निजी पर्यटक वाहनों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का है।
- चिन्हित क्षेत्र में सिर्फ इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट चलेंगे।
- सभी 252 जल निकायों और 24 जंगलों को पुनर्जीवित किया जाएगा ताकि वे कार्बन सिंक के रूप में कार्य कर सकें
मथुरा–वृंदावन क्षेत्र और उसका महत्व
- मथुरा और वृंदावन शहर भगवान कृष्ण के जन्म और बचपन से जुड़ा हुआ है।
- दोनों शहर यमुना नदी के किनारे स्थित हैं।
- मथुरा का उल्लेख रामायण में मिलता है और यह कुषाण राजा कनिष्क (130 ईस्वी) की राजधानियों में से एक थी।
- यहाँ कुछ प्रसिद्ध मंदिर हैं: गोविंद देव मंदिर, रंगाजी मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, बांके बिहारी मंदिर और इस्कॉन मंदिर।
- गोकुल, बरसाना और गोवर्धन भगवान कृष्ण की कथा से जुड़ी अन्य टाउनशिप हैं।
कार्बन न्यूट्रल और नेट जीरो क्या है?
- कार्बन न्यूट्रल का तात्पर्य वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड की उतनी मात्रा को विभिन्न तरीकों से हटाने से है, जितनी मात्रामें कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन हों रहा है ताकि उत्पादन और हटाई गयी मात्रा कुल मिला कर शून्य हो।
- नेट ज़ीरो का अर्थ है ग्रीनहाउस गैसों (जैसे CO2, मीथेन, CFC आदि) की उतनी मात्रा को विभिन्न तरीकों से हटाने से है, जितनी मात्रा में ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन हों रहा है ताकि उत्पादन और हटाई गयी मात्रा कुल मिला कर शून्य हो।
- भारत ने 2070 तक शून्य शुद्ध उत्सर्जन वाला देश बनने का लक्ष्य रखा है।
- जम्मू के सांबा जिले में पल्ली पंचायत भारत की पहली कार्बन न्यूट्रल पंचायत है।
देहरादून में इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन की 42वीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस का उद्घाटन
- इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन (आईएनसीए) की 42 वीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस का उद्घाटन उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, (सेवानिवृत्त) द्वारा 9 नवंबर 2022 को देहरादून में किया गया । 42 वीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस का आयोजन राष्ट्रीय जल सर्वेक्षण कार्यालय द्वारा 9- से 11 नवंबर 2022 देहरादून, उत्तराखंड में किया जा रहा है।
- 42वीं आईएनसीए कांग्रेस की थीम: डिजिटल कार्टोग्राफी टू हार्नेस ब्लू इकोनॉमी है।
- इंडियन नेशनल कार्टोग्राफिक एसोसिएशन (आईएनसीए) की स्थापना 7 अगस्त 1979 को हैदराबाद में हुई थी। यह दुनिया में अपनी तरह के सबसे बड़े संगठनों में से एक है।
मालाबार नौसैनिक अभ्यास का 26 वां संस्करण जापानी द्वीप योकोसुका से शुरू हुआ
- 27वां मालाबार नौसेना अभ्यास 2022, जिसमें सभी चार क्वाड देशोंभारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान की नौसेनाएं शामिल हैं ने 9 नवंबर 2022 को पूर्वी चीन सागर के पास जापान के योकोसुका द्वीप के पास शुरू हुई।
- जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेएमएसडीएफ) द्वारा आयोजित 10 दिवसीय अभ्यास में भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस शिवालिक और आईएनएस कामोर्टा भाग ले रहे हैं।जापानी नौसेना को जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स कहा जाता है।
राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस
- भारत में प्रति वर्ष 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (NLSD) मनाया जाता है। यह विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के प्रारंभ होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो 9 नवंबर, 1995 को लागू हुआ।
- इस दिन मुफ्त कानूनी सहायता की उपलब्धता के बारे में लोगों को अवगत कराने के लिए देश भर में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरणों द्वारा कानूनी जागरूकता शिविर आयोजित किए जाते हैं।
- इसके अलावा, विधिक सेवा प्राधिकरणों द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए प्रति वर्ष राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- इस दिवस की शुरुआत वर्ष 1995 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समाज के गरीब एवं कमज़ोर वर्गों को सहायता व समर्थन प्रदान करने के लिए की गई थी।
- भारत का मुख्य न्यायाधीश राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण का मुख्य संरक्षक होता है और भारत के सर्वोच्च न्यायालय का द्वितीय वरिष्ठ न्यायाधीश प्राधिकरण का कार्यकारी अध्यक्ष होता है।
वाराणसी में आयोजित होगा पीएम गति शक्ति मल्टीमॉडल जलमार्ग शिखर सम्मेलन
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल 11 नवंबर को वाराणसी में पीएम गति शक्ति मल्टीमॉडल जलमार्ग शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
- अक्टूबर 2021 में, सरकार ने पीएम गति शक्ति कार्यक्रम की घोषणा की।
- यह बुनियादी ढांचा कनेक्टिविटी परियोजनाओं की एकीकृत योजना और कार्यान्वयन के लिए 16 मंत्रालयों को एक साथ लाएगा।
बाली शिखर सम्मेलन में जी- 20 नेताओं को हिमाचल प्रदेश की कलाकृतियां भेंट करेंगे पीएम मोदी
- प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 15-16 नवंबर 2022 को इंडोनेशिया के बाली में होने वाले 17वें जी20 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं को हिमाचल प्रदेश की विभिन्न कलाकृतियां उपहार में देंगे। भारत औपचारिक रूप से 1 दिसंबर 2022 से इंडोनेशिया से जी -20 प्रेसीडेंसी का पदभार ग्रहण करेगा और यह 2023 में 18वें जी- 20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
- समाचार पत्र की रिपोर्टों के अनुसार, प्रधान मंत्री मोदी दुनिया भर में हिमाचल की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में दुनिया के नेताओं को चंबा रुमाल, कांगड़ा लघु चित्र, किन्नौरी शॉल, हिमाचली मुखटे, कुल्लू शॉल और कनाल ब्रास सेट भेंट करेंगे।
15वीं एशियाई एयरगन चैंपियनशिप 2022 दक्षिण कोरिया के डेगू में शुरू हुआ
15वीं एशियाई एयरगन चैंपियनशिप 2022 9 नवंबर, 2022 से दक्षिण कोरिया के डेगू में शुरू हुआ।
- यह पहली राइफल/पिस्टल एशियाई निशानेबाजी परिसंघ चैंपियनशिप होगी जिसे नई एशियाई रैंकिंग प्रणाली में गिना जाएगा।
- मनु भाकर, मेहुली घोष, अर्जुन बबुता और दिव्यांश सिंह पंवार चैंपियनशिप में भाग लेने वाले 36 भारतीय दल में शामिल कुछ प्रमुख खिलाडियों के नाम हैं।
- मनु भाके 10 मीटर एयर पिस्टल (जूनियर महिला) का हिस्सा हैं जबकि मेहुली घोष महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में हिस्सा लेंगी।
- यशस्वी जोशी 10 मीटर एयर पिस्टल (युवा महिला) में प्रतिस्पर्धा करेंगी।
- अर्जुन बबुता पुरुषों के लिए 10 मीटर एयर राइफल में भाग लेंगे जबकि दिव्यांश सिंह पंवार जूनियर पुरुष वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
- एशियन एयरगन चैंपियनशिप 2022, 9 से 19 नवंबर, 2022 तक डेगू इंटरनेशनल शूटिंग रेंज में आयोजित होने वाली है।
कतर में 20 नवंबर से खेला जाएगा फीफा विश्व कप 2022
फीफा विश्व कप 2022 इस साल 20 नवंबर से 18 दिसंबर, 2022 तक कतर के पांच शहरों में खेला जाएगा। यह सर्दियों में आयोजित होने वाला पहला फुटबॉल विश्व कप है, साथ ही किसी अरब देश द्वारा आयोजित होने वाला पहला फुटबॉल विश्व कप है।
फीफा विश्व कप के बारे में
- फीफा विश्व कप एक अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता है जो खेल की वैश्विक शासी निकाय फीफा के सदस्यों की वरिष्ठ पुरुषों की राष्ट्रीय टीमों द्वारा खेली जाती है।
- इसकी शुरुआत वर्ष 1930 में की गयी थी इसके बाद इसका आयोजन हर चार साल में किया जाता है I
- मौजूदा चैंपियन फ्रांस की राष्ट्रीय फुटबाल टीम है जिसने फ्रांस में 2018 टूर्नामेंट जीता था।
- टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम ब्राज़ील है जिसने 5 बार ख़िताब जीता है I
फोर्ब्स की एशियाई व्यवसायी महिलाओं की सूची में तीन भारतीय महिलाएं शामिल
- फोर्ब्स एशिया पत्रिका ने अपनी वार्षिक ‘एशिया की पावर बिजनेसवुमन’ सूची जारी की है , जिसमें एशिया-प्रशांत क्षेत्र की 20 महिलाओं में से तीन भारतीय महिलाएं शामिल हैं।
- गैर-रैंक सूची में शामिल तीन भारतीय व्यवसायी महिलाओं में ग़ज़ल अलघ, सोमा मंडल और नमिता थापर हैं।
- इस साल इस सूची में भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया से तीन-तीन, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड की दो-दो और ताइवान और चीन की एक-एक महिला शामिल हैं।
सूची में भारतीय व्यवसायी महिला
- ग़ज़ल अलग होनासा कंज्यूमर की सह-संस्थापक हैं, जो मामाअर्थ ब्रांड की मालिक हैं।
- सोमा मंडल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की पहली महिला अध्यक्ष हैं।
- नमिता थापर एमक्योर फार्मा (इंडिया) की कार्यकारी निदेशक हैं।
उत्तराखंड स्थापना दिवस
प्रतिवर्ष उत्तराखंड स्थापना दिवस जिसे उत्तराखंड दिवस के रूप में भी जाना जाता है, हर साल 9 नवंबर को मनाया जाता है। 9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड राज्य बना था।
उत्तराखंड का गठन कैसे हुआ?
- 1950 में संयुक्त प्रांत का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया।
- हालांकि, उत्तर प्रदेश की सरकार इस हिमालयी क्षेत्र के लोगों की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकी।
- इसलिए, लोगों ने उत्तराखंड क्रांति दल के गठन के बाद उत्तराखंड के रूप में एक अलग राज्य की मांग शुरू कर दी।
- अलग राज्य की मांग को लेकर 90 के दशक में एक व्यापक आंदोलन हुआ जो 1994 में हिंसक हो गया।
- आखिरकार, 9 नवंबर, 2000 को, भारत के 27 वें राज्य, उत्तरांचल का गठन उत्तर प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 द्वारा किया गया था।
- 1 जनवरी 2007 को इसका नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया।
उत्तराखंड के बारे में
- स्थिति – देश का उत्तर पश्चिमी भाग
- राजधानी – देहरादून
- गठन – 9 नवंबर 2000 को भारत के 27वें राज्य के रूप में
- मुख्यमंत्री – पुष्कर सिंह धामी
- राज्यपाल – गुरमीत सिंह
- राज्य पशु – अल्पाइन कस्तूरी मृग
- राजकीय पक्षी – हिमालयन मोनल
- राजकीय पुष्प – ब्रह्म कमल
- जिले – 13
उत्तराखण्ड की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रतिदिन के करेंट अफेयर्स व उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान