नेवल लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, MIG29 K फाइटर एयरक्राफ्ट ने INS विक्रांत पर सफलतापूर्वक उड़ान भरी
लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (नेवी) और MIG29 K फाइटर एयरक्राफ्ट ने 6 फरवरी को भारत के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत से सफलतापूर्वक पहली लैंडिंग और टेक ऑफ किया।
- यह स्वदेशी लड़ाकू विमान के साथ एयरक्राफ्ट कैरियर के डिजाइन, डेवलपमेंट, प्रोडक्शन और ऑपरेशन करने में भारत की ताकत को दिखाता है।
- नरेंद्र मोदी ने 2 सितंबर 2022 को कोच्चि शिपयार्ड में भारत के पहले मेड इन इंडिया एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत को नौसेना में शामिल किया था।
- इसके साथ ही भारत 40,000 टन से अधिक श्रेणी के एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने की क्षमता रखने वाले देशों में शामिल हो गया है।
- आईएनएस विक्रांत का निर्माण कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने किया है। इसे वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है, जिसे पहले नौसेना डिजाइन निदेशालय के रूप में जाना जाता था। ये भारतीय नौसेना का इन-हाउस डिजाइन संगठन है।
MIG29 K लड़ाकू विमान
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों के साथ नौसेना के मिग-29K विमान का उन्नयन किया गया है।
- मिग-29K, जिसे नौसेना द्वारा सीधे रूस से खरीदा जाता है, रूसी मूल के हथियारों से लैस है।
- एचएएल ने मिग-29K पर एस्ट्रा जैसे स्वदेशी हथियारों के एकीकरण की भी पहल की है।
पहली बार, भारतीय-अमेरिकी महिला हार्वर्ड लॉ रिव्यू की अध्यक्ष चुनी गई
हार्वर्ड लॉ स्कूल में द्वितीय वर्ष की छात्रा अप्सरा ए अय्यर को प्रतिष्ठित हार्वर्ड लॉ रिव्यू का अध्यक्ष चुना गया है।
- 29 वर्षीय अप्सरा ए अय्यर प्रतिष्ठित प्रकाशन के 136 साल के लंबे इतिहास में इस पद पर नामित होने वाली पहली महिला बन गई हैं।
- अय्यर प्रिसिला कोरोनाडो की जगह लेंगी।
- अय्यर को हार्वर्ड लॉ रिव्यू का 137वां अध्यक्ष चुना गया, जिसकी स्थापना 1887 में हुई थी और यह छात्रों द्वारा संचालित सबसे पुराने कानूनी छात्रवृत्ति प्रकाशनों में से एक है।
- हार्वर्ड लॉ स्कूल के अंतर्गत संचालित लॉ रिव्यू एक ऐसी संस्था है, जो विधिक क्षेत्र में प्रकाशित होने वाले जनरल के लेखों की समीक्षा और चयन का काम करती है।
कौन हैं अप्सरा अय्यर?
- वह 2016 में येल से अर्थशास्त्र और गणित और स्पेनिश में बीए के साथ स्नातक हैं।
- उसके बाद उन्होंने पुरातत्व और स्वदेशी समुदायों के प्रति अपने समर्पण के कारण ऑक्सफोर्ड में क्लेरेंडन स्कॉलर के रूप में एमफिल किया।
- 2018 में, अय्यर मैनहट्टन जिला अटॉर्नी की पुरावशेष तस्करी इकाई (एटीयू) में शामिल हो गईं जो चोरी की गई कला और कलाकृतियों को ट्रैक करती है।
- इससे पहले वह लॉ स्कूल के हार्वर्ड ह्यूमन राइट्स जर्नल और नेशनल सिक्योरिटी जर्नल में शामिल रही हैं।
- वह साउथ एशियन लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन की सदस्य भी हैं।
यूनेस्को ने विश्वभारती विश्वविद्यालय को दुनिया का पहला “लिविंग हेरिटेज यूनिवर्सिटी” का दर्जा प्राप्त होगा
विश्वभारती विश्वविद्यालय को अप्रैल-मई 2023 तक यूनेस्को से दुनिया के पहले “लिविंग हेरिटेज यूनिवर्सिटी” का दर्जा मिलने की उम्मीद है। सामान्यतः यूनेस्को द्वारा विरासत का टैग अमूर्त स्मारक को दिया जाता है। लेकिन दुनिया में पहली बार किसी मूर्त विश्वविद्यालय को विरासत का टैग प्रदान किया जाएगा।
विश्वभारती विश्वविद्यालय:
- इसकी स्थापना वर्ष 1921 में रबींद्रनाथ टैगोर द्वारा की गयी थी I यह पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन में स्थित है।
- मई 1922 में जब तक विश्वभारती सोसाइटी को एक संगठन के रूप में पंजीकृत नहीं किया गया था, इसका नाम नोबेल पुरस्कार विजेता रबींद्रनाथ टैगोर के नाम पर रखा गया था।
- यूनेस्को के अनुसार, वर्ष 1922 में विश्व-भारती का उद्घाटन कला, भाषा, मानविकी, संगीत में अन्वेषण के साथ एक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में किया गया था I
- संस्थान को वर्ष 1951 में केंद्रीय अधिनियम के माध्यम से केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान किया गया था।
- यह एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जिसके कुलपति प्रधानमंत्री हैं।
यूनेस्को के बारे में:
- संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक विशेष एजेंसी है।
- यह संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समूह (यूएनएसडीजी) का सदस्य भी है, जो संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और संगठनों का एक गठबंधन है जिसका उद्देश्य सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को पूरा करना है।
- मुख्यालय:- पेरिस, फ्रांस
- महानिदेशक: -ऑड्रे अज़ोले
- स्थापना – 16 नवंबर 1945 को लंदन, यूनाइटेड किंगडम में
- संगठन में -193 सदस्य और 11 सहयोगी सदस्य हैं।
डॉ पैगी मोहन ने ‘मातृभूमि बुक ऑफ द ईयर’ अवार्ड जीता
लेखिका डॉ पैगी मोहन ने मातृभूमि इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ लेटर्स (MBIFL 2023) के चौथे संस्करण के दौरान ‘मातृभूमि बुक ऑफ द ईयर’ पुरस्कार जीता है I
- उन्हें यह पुरस्कार उनकी पुस्तक ‘वांडरर्स, किंग्स एंड मर्चेंट्स’ के लिए दिया गया है, जो प्रवासन के परिणामस्वरूप भाषा के विकास को चित्रित करती है।
- इस पुरस्कार में उन्हें एक प्रतिमा और नकद पुरस्कार के रूप में दो लाख रुपये दिए गए।
- डॉ पैगी मोहन को यह अवार्ड, नोबेल पुरस्कार विजेता अब्दुलराज़क गुरनाह द्वारा MBIFL 2023 के समापन के अवसर पर प्रदान किया गया I
डॉ पैगी मोहन:
- ये त्रिनिदाद में जन्मी लेखिका और एक भाषाविद् है I
- इन्होंने अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय से भाषा विज्ञान में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है।
- इन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में भाषा अध्ययन के प्रोफेसर के रूप में काम किया।
मातृभूमि इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ लेटर्स (एमबीआईएफएल):
- मातृभूमि इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ लेटर्स की शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी I
- एमबीआईएफएल 2023 का उद्घाटन केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने किया था I
- यह एमबीआईएफएल का चौथा संस्करण था जिसका थीम “इतिहास की छाया, भविष्य की रोशनी” थी I
याया त्सो (Yaya Tso) लद्दाख का पहला जैव विविधता विरासत स्थल घोषित
हाल ही में याया त्सो (Yaya Tso) लद्दाख का पहला जैवविविधता विरासत स्थल घोषित किया गया है।
- याया त्सो लद्दाख में 4,820 मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक झील है जिसे पक्षियों के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है।
- यह पक्षियों एवं जानवरों, जैसे- बार-हेडेड गूज, काली गर्दन वाले सारस और ब्राह्मणी बत्तख के लिये घोंसला निर्माण स्थल है। यह भारत में काली गर्दन वाले सारस के उच्चतम प्रजनन स्थलों में से एक है।
- याया त्सो झील को चुमाथांग गाँव की पंचायत, जैवविविधता प्रबंधन समिति ने सिक्योर हिमालय परियोजना के साथ मिलकर जैवविविधता अधिनियम के तहत लद्दाख का पहला जैवविविधता विरासत स्थल घोषित किया गया है।
सिक्योर हिमालय परियोजना
- यह भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की योजना है I
- इसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के सहयोग से वर्ष 2017 में प्रारंभ किया गया था।
- यह एक 6 वर्षीय परियोजना है तथा वर्ष 2023 तक कार्यरत रहेगी।
- इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में हिम तेंदुओं का संरक्षण करना है।
- इस परियोजना के अंतर्गत 4 हिमालयी राज्य जम्मू-कश्मीर (अब केंद्रशासित प्रदेश), हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम आते हैं।
जैव विविधता विरासत स्थल (BHS)
- जैव विविधता विरासत स्थल ऐसे क्षेत्र होते हैं जिसमें अनूठे, सुभेद्य पारिस्थितिक तंत्र स्थलीय, तटीय एवं अंतर्देशीय जल तथा समृद्ध जैवविविधता वाले वन्य प्रजातियों के साथ-साथ घरेलू प्रजातियों, दुर्लभ, संकटग्रस्त तथा कीस्टोन प्रजाति पाए जाते हैं।
- जैविक विविधता अधिनियम की धारा 37 के अनुसार, राज्य सरकारों को स्थानीय निकायों के परामर्श से, जैव विविधता विरासत स्थलों के रूप में जैव विविधता महत्व के क्षेत्रों को आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचित करने का अधिकार है।
भारत का पहला BHS:
- भारत का पहला जैवविविधता विरासत स्थल 2007 में नल्लूर इमली ग्रोव बेंगलुरु, कर्नाटक में घोषित किया गया था।
- हाल ही में तमिलनाडु सरकार ने मदुरै ज़िले के मेलूर ब्लॉक में अरिट्टापट्टी को तमिलनाडु का पहला और भारत का 35वाँ जैवविविधता विरासत स्थल घोषित किया है I
हाल ही में शामिल किए गए 5 BHS:
- त्रिपुरा में देबारी या छबिमुरा (सितंबर 2022)
- त्रिपुरा में बेटलिंगशिब और इसके आसपास (सितंबर 2022)
- असम में हेजोंग कछुआ झील (अगस्त 2022)
- असम में बोरजुली वाइल्ड राइस साइट (अगस्त 2022)
- मध्य प्रदेश में अमरकंटक (जुलाई 2022)
ऑस्ट्रेलिया के आरोन फिंच ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की
ऑस्ट्रेलिया के टी20 विश्व कप विजेता कप्तान एरोन फिंच ने टी20 अंतर्राष्ट्रीय से संन्यास लेने की घोषणा की है, इससे ऑस्ट्रेलिया के लिए उनके 12 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का अंत हो गया है।
- इससे पहले इस सलामी बल्लेबाज ने पिछले साल सितंबर में 50 ओवर के प्रारूप से संन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए पांच टेस्ट मैच भी खेले।
- फिंच ने ऑस्ट्रेलिया को 2021 में अपने पहले आईसीसी विश्व टी 20 खिताब के लिए कप्तानी की थी।
- टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तान, फिंच बिग बैश लीग (BBL) में मेलबर्न रेनेगेड्स के लिए खेलना जारी रखेंगे।
- मेजबान ऑस्ट्रेलिया वर्ष 2022 टी20 वर्ल्ड कप के नॉकआउट चरण में जगह बनाने में नाकाम रहा था।
गुजरात के कच्छ क्षेत्र के धोरडो में पहली G20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक
भारत के G20 प्रेसीडेंसी के हिस्से के रूप में, गुजरात 7 फरवरी से कच्छ के रण में धोर्डो टेंट सिटी में पहली टूरिज्म वर्किंग ग्रुप (TWG) की बैठक की मेजबानी कर रहा है।
- केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय मत्स्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बैठक का आधिकारिक उद्घाटन करेंगे।
- प्रतिभागी जी20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ठ प्रतिनिधि होंगे।
- यह पिछले महीने गांधीनगर में आयोजित ‘बिजनेस 20 इंसेप्शन‘ कार्यक्रम के बाद राज्य में दूसरा जी20 कार्यक्रम होगा।
पहला वैश्विक पर्यटन निवेशक शिखर सम्मेलन (जीटीआईएस)
- पर्यटन मंत्रालय अप्रैल/मई 2023 में नई दिल्ली में पहले वैश्विक पर्यटन निवेशक शिखर सम्मेलन (जीटीआईएस) का आयोजन करेगा।
- सम्मेलन का उद्देश्य पर्यटन के बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, स्टार्टअप और अन्य में निवेश के साथ-साथ भारतीय पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में वैश्विक निवेश को आकर्षित करना है।
पर्यटन क्षेत्र में पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्र
- हरित पर्यटन – एक स्थायी, जिम्मेदार और लचीले पर्यटन क्षेत्र के लिए पर्यटन क्षेत्र को हरा-भरा बनाना।
- डिजिटलीकरण – पर्यटन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मकता, समावेशन और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए डिजिटलीकरण की शक्ति का उपयोग करना।
- कौशल विकास – पर्यटन क्षेत्र में नौकरियों और उद्यमिता के लिए कौशल के साथ युवाओं को सशक्त बनाना।
- पर्यटन एमएसएमई-पर्यटन क्षेत्र में नवाचार और गतिशीलता लाने के लिए पर्यटन एमएसएमई/स्टार्टअप/निजी क्षेत्र का पोषण करना।
- गंतव्य प्रबंधन – एसडीजी को पूरा करने वाले समग्र दृष्टिकोण की दिशा में गंतव्यों के रणनीतिक प्रबंधन पर पुनर्विचार करना।
एशिया के सबसे बड़े हेलिकॉप्टर मैनुफैक्चरिंग यूनिट का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कर्नाटक के तुमकुरू में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की हेलिकॉप्टर मैनुफैक्चरिंग यूनिट को राष्ट्र को समर्पित किया गया है I
- यह एशिया का सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर उत्पादन इकाई है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2016 में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस मैनुफैक्चरिंग यूनिट की आधारशिला रखी थी I
- शुरुआत में इस हेलीकॉप्टर फैक्ट्री में लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (LUH) का उत्पादन किया जाएगा I
- कारखाने को बाद में लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) और इंडियन मल्टीरोल हेलीकॉप्टर (आईएमआरएच) के निर्माण के साथ-साथ एलसीएच, एलयूएच, सिविल एएलएच और आईएमआरएच की मरम्मत के लिए विस्तारित किया जाएगा।
- यह हेलीकॉप्टर निर्माण इकाई 615 एकड़ में फैली हुई है, जो भारत में अब तक की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण इकाई है।
- यह विनिर्माण इकाई प्रति वर्ष 30 हेलीकॉप्टरों का निर्माण करेगी, जिसे चरणबद्ध तरीके से बढ़ाकर 90 हेलीकॉप्टर प्रति वर्ष किया जाएगा।
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने 20 वर्षों में 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक के कुल कारोबार के साथ 3-15 टन रेंज में 1,000 से अधिक हेलीकाप्टरों का निर्माण करने की योजना बनाई है।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल)
- इसे 1940 में बैंगलोर (अब बेंगलुरु), कर्नाटक में वालचंद हीराचंद द्वारा हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट लिमिटेड के रूप में स्थापित किया गया था।
- भारत सरकार द्वारा एयरोनॉटिक्स इंडिया लिमिटेड में विलय के बाद 1 अक्टूबर 1964 को इसका नाम बदलकर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड कर दिया गया।
- इसका मुख्य व्यवसाय विमान, हेलीकॉप्टर, इंजन और संबंधित सिस्टम जैसे एवियोनिक्स, इंस्ट्रूमेंट्स और एक्सेसरीज का डिजाइन, विकास, निर्माण, मरम्मत और ओवरहाल करना है।
- यह रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
- मुख्यालय: बेंगलुरु
काला घोड़ा कला महोत्सव 2023
काला घोड़ा कला महोत्सव 2023 का आयोजन मुंबई (महाराष्ट्र) में 4 -12 फरवरी के बीच किया जा रहा है I
- काला घोड़ा फेस्टिवल में नृत्य, कला और संगीत, वास्तुकला, भोजन, हैंडीक्राफ्ट, ग्राफिक्स के अलावा कई तरह की कलाओं की प्रदर्शनी देखने को मिलती है।
- काला घोड़ा कला महोत्सव मुंबई में आयोजित होने वाला एक आर्ट फेस्टिवल हैं जिसकीशुरुआत कालाघोड़ा संस्था द्वारा 1999 में की गयी थी।
- इसे काला घोड़ा नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि यह दक्षिणी मुंबई इलाके में एक ऐसी जगह पर आयोजित किया जाता है जहां काले घोड़े की मूर्ति लगी है।
- यह महोत्सव हर साल फरवरी के पहले शनिवार से शुरू होकर दूसरे रविवार तक आयोजित किया जाता है।
महाराष्ट्र के महोत्सव / त्यौहार:
गुड़ी पड़वा
- यह त्यौहार आमतौर पर महाराष्ट्रीयनों द्वारा हिंदू नव वर्ष समारोह के रूप में मनाया जाता है I
पोला महोत्सव
- यह एक फसल उत्सव है और पूरे महाराष्ट्र राज्य में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में मनाया जाता है।
एलिफेंटा महोत्सव
- एलीफेंटा उत्सव हर साल फरवरी में आयोजित किया जाता है I एलीफेंटा, मुंबई के पास एक छोटा सा द्वीप है।
कालिदास समारोह
- प्रसिद्ध संस्कृत कवि और नाटककार कालीदास के सम्मान में, नागपुर के रामटेक क्षेत्र में प्रतिवर्ष नवंबर के महीने में कालिदास समारोह आयोजित किया जाता है।
भूपेंद्र यादव ने आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए ‘आर्द्रभूमि बचाओ अभियान’ का शुभारंभ किया
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भूपेंद्र यादव ने 4 फरवरी को गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की उपस्थिति में ‘आर्द्रभूमि बचाओ अभियान‘ की शुरुआत की।
- यह अभियान आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए “पूरे समाज” के दृष्टिकोण पर आधारित है।
- यह समाज के सभी स्तरों पर आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए सकारात्मक कार्यों को सक्षम बनाता है और समाज के सभी स्तरों को शामिल करता है।
- यह अभियान आने वाले वर्षों में लोगों को आर्द्रभूमि के मूल्य के प्रति संवेदनशील बनाने, आर्द्रभूमि के कवरेज को बढ़ाने और आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए नागरिक भागीदारी का अवसर प्रदान करेगा।
- इस अवसर पर दो प्रकाशन ‘इंडियाज 75 अमृत धरोहर– इंडियाज रामसर साइट्स फैक्टबुक‘ और ‘मैनेजिंग क्लाइमेट रिस्क्स इन वेटलैंड्स– ए प्रैक्टिशनर्स गाइड‘ भी जारी किए गए।
- फैक्टबुक में 75 रामसर साइटों पर जानकारी दी गई है, जिसमें उनके मूल्य, उनके द्वारा सामना किए जाने वाले खतरे और प्रबंधन की व्यवस्था शामिल है।
- क्लाइमेट रिस्क असेसमेंट पर प्रैक्टिशनर्स गाइड आर्द्रभूमि प्रबंधन योजना में अनुकूलन और शमन प्रतिक्रियाओं के एकीकरण पर चरण-वार मार्गदर्शन प्रदान करता है।
भारत में वेटलैंड्स साइट्स की संख्या
- भारत में कुल 75 वेटलैंड्स साइट्स ऐसी है जो रामसर साइट्स में शामिल हैं।
- पिछले 9 वर्षों में भारत की करीब 49 वेटलैंड्स साइट्स को रामसर साइट्स में शामिल किया गया है।
- भारत की 13 लाख हेक्टेयर भूमि रामसर साइट्स के अंतर्गत आती है। भारत की सबसे बड़ी वेटलैंड साइट सुंदरबन साइट है।
- इस बार के वेटलैंड डे का थीम ‘इट्स टाइम फॉर वेटलैंड्स रिस्टोरेशन‘ रखा गया है।
उत्तराखण्ड की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रतिदिन के करेंट अफेयर्स व उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान