03 September 2022 Current Affairs – उत्तराखण्ड की UKSSSC/UKPCS द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं तथा देश की सभी परीक्षाओं में जिनमें करेंट अफेयर्स (03 September 2022 Current Affairs ) से सम्बधित प्रश्न पूछे जाते हैं उन सभी परीक्षाओं के महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स (03 September 2022 Current Affairs ) हिन्दी में सभी के लिये। तो पढ़िये “03 September 2022 Current Affairs ”तथा तैयारी कीजिए इस पोस्ट के माध्यम से।
’राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ का आयोजन 01 से 07 सितंबर तक किया जाएगा
- 01 सितंबर से 07 सप्ताह, 2022 तक ’राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ मनाया जा रहा है। इस वर्ष राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की थीम ’सेलिब्रेट वर्ल्ड ऑफ फ्लेवर’ है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य रक्षा हेतु उचित पोषण के महत्व के विषय में जन जागरूकता पैदा करना है। आज के स्वस्थ बच्चे काल का स्वस्थ भारत है।
- भारत में केंद्र सरकार ने 1982 में एक अभियान, राष्ट्रीय पोषण सप्ताह शुरू करने का निर्णय लिया। यह अभियान लोगों को पोषण के महत्व के बारे में शिक्षित करने और उन्हें एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीने के लिए जानकारी देने की लिए बनाया गया था।
दुबई में आयोजित किया जा रहा है पहला होम्योपैथी अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन
- हाल ही में पहला होम्योपैथी अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन दुबई में आयोजित किया गया है। इस शिखर सम्मेलन का विषय ’’जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के कारण होने वाले रोग है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य चिकित्सा, दवाओं और प्रथााओं की होम्योपैथी प्रणाली को शिक्षित और बढ़ावा देना था।
- शिखर सम्मेलन का विषय ’’जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के होने वाले रोग’’ है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य चिकित्सा, दवाओं और प्रथाओं की होम्योपैथी प्रणाली को शिक्षित और बढ़ावा देना था।
- शिखर सम्मेलन का आयोजन बर्नेट होम्योपैथी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया था जो होम्योपैथी कमजोर पड़ने, मदर टिंचर, लोअर ट्रिटयूरेशन टैबलेट, सिरप, और कई अन्य होम्योपैथी दवाओं से सम्बधित है।
कैबिनेट ने जैव विविधता संरक्षण के क्षेत्र में भारत और नेपाल के बीज एमओयू पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी
- हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नेपाल सरकार के साथ जैव विविधता संरक्षण पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाने से सम्बधित पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
- इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच गलियारों और आपस में जुड़े क्षेत्रों को फिर से शुरू करना तथा ज्ञान एवं सर्वाेत्तम तौर-तरीकों को साझा करना तथा ज्ञान एवं सर्वोत्तम तौर-तरीकों को साझा करने सहित वन्य, वन्यजीव, पर्यावरण, जैव विविधता संरक्षण और समन्वय को बढ़ाना एवं मजबूत करना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौसेना के नए ध्वज का किया अनावरण

- 02 सितम्बर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहल विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के प्रक्षेपण को चिन्हित करने हेतु कोच्चि में भारतीय नौसेना के नए पताका/ध्वज का अनावरण किया है।
- पताका राष्ट्रीय ध्वज है जो जहाजों और विमानों पर प्रायः सशस्त्र बलों की शाखा या इकाई के विशेष प्रतीक चिन्ह के साथ प्रदर्शित होता है। नौसेना के ध्वज में बदलाव की लंबे समय से मांग चल रही थी।
- परिवर्तन के लिये मूल सुझाव वाइस एडमिरल वी.ई.सी बारबोजा ने दिया था जो नौसेना से फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पश्चिमी नौसेना कमान के रुप में सेवानिवृत्त हुए।
- वर्तमान ध्वज अनिवार्य रुप से भारतीय नौसेना के स्वतंत्रता पूर्व ध्वज का उत्तराधिकारी है, जिसके ऊपरी बाएं कोने पर यूनाइटेड किंगडम के यूनियन जैक के साथ सफेद पृष्ठभूमि पर रेड जॉर्ज क्रॉस था।
- स्वतंत्रता के पश्चात् भारतीय रक्षों बलों ने ब्रिटिश ऑपनिवेशक झंडे और बैज को जारी रखा तथा 26 जनवरी 1950 को इसके स्वरुप/डिजाइन में बदलाव किया गया।
- नौसेना के शिखा और ध्वज में एकमात्र अंतर यह था कि यूनियन जैक चिन्ह को तिरंगे से प्रतिस्थापित कर दिया गया और रेड जॉर्ज क्रॉस को जारी रखा।
भारतीय नौसेना का वर्तमान ध्वज
वर्तमान ध्वज के ऊपरी बाएं कोने में तिरंगे के साथ सेंट जॉर्ज क्रॉस मौजूद हैं।
नौसेना के ध्वज में किये गए परिवर्तन
- नौसेना के ध्वज में परिवर्तन वर्ष 2001 में किया गया था जब रेड जॉर्ज क्रॉस केा सफेद ध्वज के मध्य नौसेना शिखा से बदल दिया गया था, जबकि शीर्ष में बाऐ कोने पर तिरंगे का स्थान बरकरार रखा गया।
- इसके अलावा वर्ष 2004 में ध्वज को फिर से रेड जॉर्ज क्रॉस में बदल दिया गया था क्योंकि नए ध्वज में नौसेना के शिखर का नीला रंग आकाश और समुद्र दोनों की तरह प्रतीत हा रहा था।
- ध्वज में एक नया परिवर्तन किया गया है और रेड जॉर्ज क्रॉस के बीच में अब अशोक स्तंभ के सिंह को प्रतीक चिन्ह के रुप में शामिल किया गया। वर्ष 2014 में एक और बदलाव किया गया, जब देवनागरी लिपि में अशोक स्तंभ के नीचे ध्वज पर ’सत्यमेव जयते’ शब्द को अंकित किया गया।
साइबर सुरक्षा अभ्यास ’सिनर्जी’ का किया गया आयोजन
- हाल ही में कंप्यूटर इमरेजंसी रिस्पांस टीम-इंडिया (CERT-In) ने ’इंटरेनशनल काउंटर रैनसमवेयर इनिशिएटिव के हिस्से के रुप में 13 देशों के साथ साइबर सुरक्षा अभ्यास ’सिनर्जी’ का आयोजान किया है।
- यह आयोजन भारत सरकार के इलैक्ट्रॉनिक एवं आईटी मंत्रालय के तहत किया है। यह आयोजन भारत सरकार के इलैट्रॉनिक एवं आईटी मंत्रालय के तहत किया गया। इसकी थीम ’’रैनसमवेयर हमलों से निपटने के लिए सुदृढ़’’ नेटवर्क बनाना है।
- इसका उद्देश्य रैनसमवेयर और जबरन वसूली के उद्देश्य से किये गये साइबर हमलों के खिलाफ सुदृढ़ नेटवर्क बनाने हेतु सदस्य-देशों के बीच विभिन्न रणनीतियों एवं कार्यप्रणालियों का आकलन व आदान-प्रदान करना और उन्हें बेहतर बनाना था।
सिनर्जी
यह एक साइबर सुरक्षा अभ्यास है, जिसे CERT-In द्वारा सिंगापुर की साइबर सुरक्षा एजेंसी के सहयोग से सफलतापर्वूक डिजाइन और संचालित किया गया है। यह अभ्यास परिदृश्य वास्तविक जीवन की सइबर घटनाओं से लिया गया था। जिसमें घरेलू स्तर की (सीमित प्रभावी) रैनसमवेयर की एक घटना जटिल होकर वैश्विक साइबर सुरक्षा संकट का रुप ले लेती है।
रैंसमवेयर
यह एक मैलवेयर है जिसे किसी उपयोगकर्ता या संगठन को उनके कंप्यूटर पर फाइलों तक पहुंच से वंचित करने के लिये डिजाइन किया गया है। इन फाइलों को एन्क्रिप्ट करके और डिक्रिप्शन कुंजी के लिचये फिरौती भुगतान की मांग करके, साइबर हमलावर संगठनों को ऐसी स्थिति में रखते हैं जहाँ फिरौती का भुगतान करना उनकी फाइलों तक पहुँच हासिल करने का सबसे आसान और सस्ता तरीका है।
दिल्ली पुलिस फोरेंसिक साक्ष्य के संग्रह को अनिवार्य बनाने वाली देश की पहली पुलिस बल बन गई
- हाल ही में दिल्ली पुलिस 6 साल से अधिक की सजा के साथ दंडनीय अपराधों में फज्ञेरंसिक साक्ष्य के संग्रह को अनिवार्य बनाने वाली देश की पहली पुलिस बन गई हैं।
- यह सजा दर बढ़ाने और आपराधिक न्याय प्रणाली की फोरेंसिक विज्ञान जांच के साथा एकीकृत करने के लिए किया गया है। दिल्ली पुलिस ने आपराधिक न्याय प्रणाली को फोरेंसिक विज्ञान जांच के साथ एकीकृत किया है और अपने अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए राष्ट्रीय फज्ञरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, गांधीनगर के साथ सहयोग किया है।
रवि कपूर को संसद टीवी के सीईओ के पद से किया गया मुक्त, उत्पल कुमार सिंह को मिली अतिरिक्त जिम्मेदारी
हाल ही में भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी रवि कपूर को संसद टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से मुक्त कर दिया गया है। इसके बाद राज्यसभा के सभापित और लोकसभा अध्यक्ष ने संयुक्त रुप से निर्णय लिया कि उत्पल कुमार सिंह, जो वर्तमान में लोकसभा महासचिव का पद संभाल रहें हैं, संसद टीवी की सीईओ के कार्याें का भी अतिरिक्त नर्वहन करेंगे।
सुरक्षा मामलों से संबंद्ध कैबिनेट समिति ने तेजस मार्क-2 परियोजना को दी मंजूरी
- हाल ही में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने तेजस 2.0 मेगा प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इसके तहत तेजस के और अधिक सक्षम और शक्तिशाली संस्करण को मनाया जाएगा। तेजस 2.0 मेगा प्रोजेक्ट के तहत 5वीं जनरेशन का फाइटर जेट बनाया जाएगा।
- तेजस के नए वर्जन को तैयार करने में सरकार 6500 करोड़ रुपये खर्च करेगी, सरकार ने इससे पहले ढाई हजार करोड़ का फंड जारी किया था। इसके अलावा स्टील्थ टेक्नोलोजी के साथ लड़ाकू विमान के लिए 15 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है।
तेजस
लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कार्यक्रम को भारत सरकार द्वारा वर्ष 1984 में शुरू किया गया था, जिसके बाद सरकार द्वारा एलसीए कार्यक्रम का प्रबंधन करने हेतु वैमानिकी विकास एजेंसी की स्थापना की गई। यह पुराने मिग 21 लड़ाकू विमानों को स्थान लेगा।
सूबेदार मेजर योगेन्द्र सिंह यादव की आत्मकथा ’द हीरो ऑफ टाइगर हिल’ का प्रकाशन किया गया
- एक नयी पुस्तक ’द हीरो ऑफ टाइगर हिल’ में सबसे कम उम्र में भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार ’परमवीर चक्र’ से सम्मानित होने वाले सूबेदार मेजर योगेंद्र सिंह यादव की प्ररणादायक कहानी का बयां किा यगा है।
- सृष्टि पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित आत्मकथा एक बहादुर सैनिक की सच्ची कहानी है, जिसने भारत के सम्मान के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते हुए इस बहादुरी से संघर्ष किया है।
- 03 जुलाई, 1999 की राज 19 साल के ’ग्रेनेडियर’ योगेंद्र सिंह यादव को 18 ’ग्रेनेडियर्स रेजीमेंट’ की घातक पलटन के सााि अभेद्य टाइगर हिल को फिर से हासिल करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण कार्य सौंपा गया था। इसके लिए उन्हें सबसे कम उम्र (19 साल) में भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमीवर चक्र से सम्मानित किया गया था।
यूजीसी छात्रों, कर्मचारियों की शिकायतों के समाधान हेतु ’ई-समाधान’ नामक पोर्टल लॉन्च करेगा
- विश्वविद्याय अनुदान आयोग ने छात्रों की हर समस्या के जल्द समाधान के मकसद से सिंगल विंडो सिस्टम तैयार किया गया है। यह पोर्टल है, जिसे ’ई-समाधान’ नाम दिया गया है। सभी तरह के पुराने मोर्टल और हेल्पलाइन (एंटी रैगिंग हेल्पालाइन छोड़कर) का मर्ज करके ’ई-समाधान’ बनाया गया है।
- इस पोर्टल के जरिए छात्रों के दाखिले से लेकर स्कॉलरशिप तक, हर तरह की समस्याओं की शिकायत कर सकेंगे। यूजीसी के चेयरमैन प्रो. एम. जगदीश कुमार ने कहा कि अब अलग-अलग पोर्टल और हेल्पलाइन पर जाने की जरूरत नहीं होगी। सिर्फ इस एक पोर्टल के जरिए ही छात्र परेशानी बता सकेंगे।