उत्तराखण्ड के प्रमुख झील व ताल

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उत्तराखण्ड के ताल/झील – उत्तराखण्ड के UKSSSC/UKPCS की प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले उत्तराखण्ड के प्रमुख झील व ताल  व उनका विस्तृत विवरण सहित उपलब्ध करवाया जा रहा है, जिससे सभी परीक्षार्थीयों को परीक्षा में

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उत्तराखण्ड के प्रमुख झील व ताल

1.कौन सी झील 7 हिमाच्छादित शिखरों से घिरी हुई है

A.हेमकुण्ड

B.संतोपथ

C.अरवाताल

D.केदारनाथ ताल

हेमकुण्ड

चमोली में स्थित इस झील के किनारे सिक्खों के दसवें गुरू गोविंद सिंह ने तपस्या की थी। यहां एक प्रसिद्ध गुरूद्वारा (हेमकुण्ड साहिब) और लक्ष्मण जी का प्राचीन मन्दिर है। इस सरोवर से अलकनन्दा की सहायक लक्ष्मण गंगा नदी निकलती है।

संतोपथ

बद्रीनाथ से 21 किमी. उत्तर-पश्चिम दुर्गम पहाड़ी में समुद्रतल से लगभग 1334 मी. ऊँचाई पर स्थित इस ताल के तीन कोण है। मान्यता है कि इन तीनों कोणों में ब्रह्मा, विष्णु, व महेश ने तपस्या की थी और पाण्डव इसके पास स्थित स्वर्गारोहिणी शिखर से स्वर्ग गये थे। इस झील के पास सूर्यकुण्ड और चंद्रकुण्ड नामक दो ताल स्थित है। अलकनन्दा नदी इस ताल से निकली है। इस ताल के उत्तर भाग में भगीरथ खड़क हिमानी स्थित है।

केदारताल

उत्तरकाशी में गंगोत्री से 20 किमी. की दूरी पर थलैयासागर पर्वत श्रृंखला में यह ताल स्थित है। थलैयासागर, जोगिन, भृगपंथ आदि पर्वत शिखरों पर पर्वतारोहण के लिए आधार शिविर इस झील के समीप ही लगाए जाते हैं।

2. उत्तराखण्ड की निम्न झीलों में कौन-सी एक त्रिभुजाकार है

A.केदारनाथ ताल

B.नैनीताल

C.नौकुचियाताल

D.सतोपंथ झील

3. उत्तराखण्ड की निम्न झीलों में कौन 9 कोनों वाला है

A.नौकुचियाताल

B.भीमताल

C.गिरिताल

D.झिलमिल ताल

नौकुचियाताल

यह ताल नैनीताल से 26 किमी. व भीमताल से 5 किमी. की दूरी पर समुद्रतल से 1292 मी. ऊँचाई पर स्थित है। यह कुमाऊँ क्षेत्र की सबसे गहरी झील है। इस झील की लंबाई 950 मी., 680 चौड़ाई और गहराई 40 मी. है। इस झील के नौ कोने हैं।

पक्षियों के निवास के लिये यह झील उत्तम है। विदेशी पक्षी भी यहां देखे जा सकते हैं।

किवंदतियों के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि जो कोई व्यक्ति इसके नौ कोने एक साथ देख ले, उसकी एक वर्ष के अंदर ही मृत्यु हो जाती है। किंतु ताल के बनावट कुछ इस प्रकार है कि कोई भी व्यक्ति अत्याधिक प्रयास करने पर भी केवल सात कोने ही देख पाता है।

4. विरही गंगा के अवरूद्ध हो जाने से बनीगौना झीलकितने वर्षों तक रही

A.84 वर्ष

B.62 वर्ष

C.49 वर्ष

D.77 वर्ष

गौना झील

विरही गंगा में सन् 1895 ई. में दो पहाड़ो के टूटने से एक कृत्रिम झील का निर्माण हो गया था, जिसे गोहनताल कहते थे। 20 जुलाई 1970 को झील के स्वयं टूटने से यह ताल भी समाप्त हो गया था।

विरही नदी पर बने ताल के विस्तार का उल्लेख एच जी वॉल्टन के ’’गढ़वाल हिमालय गजेटियर’’ में भी है। वॉल्टन के अनुसार 1894 में ताल के कुछ टूटने के बाद भी, यह ताल करीब 2 मील लंबा और आधा मील चौड़ा है। ताल का क्षेत्रफल 400 एकड़ है, जो नैनीताल से 3 गुना बड़ा है। 

5. किस जिले में प्राकृतिक झीलों की संख्या सर्वाधिक है

A.नैनीताल

B.रूद्रप्रयाग

C.चमोली

D.बागेश्वर

6. कौन ताल उत्तराखण्ड के रहस्तयताल के नाम से जाना जाता है

A.नैनीताल

B.सातताल

C.रूपकुण्ड

D.नौकुचियाताल

रूपकुण्ड

चमोली जिले के विकासखण्ड में बेदनी बुग्याल के निकट स्थित इस झील का निर्माण प्राचीन कथाओं के अनुसार शिव-पार्वती ने कैलाश जाते हुए किया था।

ऐसा कहा जाता है कि इस कुंड के निर्मल जल में पार्वती जी ने अपना प्रतिबिंब देखकर मंत्रमुग्ध हो गया था और उन्होंने अपना आधा सौंदर्य इस ताल को ही समर्पित कर दिया था। जिससे यह कुण्ड प्राकृतिक रूप से अत्याधिक सुंदर है।

यहां से त्रिशूली और नंदाघुंघटी की पहाड़िया दिखती हैं।

ऐतिहासिक दृष्टि से भी इसका महत्व है। यहां से राजा यशधवल और रानी बल्पा तथा उनके सैनिकों के कंकाल आज भी प्राप्त होते हैं। यहीं कारण है कि इस झील को कंकालीताल या रहस्यमयी ताल भी कहा जाता है।

7. गढ़वाल क्षेत्र का सबसे बड़ा और गहरा ताल है

A.भीमताल

B.नैनीताल

C.नौकुचियाताल

D.सहस्त्रताल

सहस्त्रताल

टिहरी गढ़वाल के घुत्तु में लगभग 1530 मीटर की ऊँचाई पर सहस्त्रताल कई तालों का समूह है, जिनमें से तीन मुख्य है। यह गढ़वाल क्षेत्र का सबसे बड़ा और गहरा ताल है। इस झील में पूर्वी किनारे के चोटी (दु्रपदा की कटार) से हिम गलकर जल निरन्त आता रहता है। इस झील के दक्षिण- पश्चिम में विशाल चट्टानें और उत्तरी छोर पर फलों से आच्छादित समतल भूमि है। इस झील की तलहटी में स्लेट चट्टान से निर्मित लाखों चौकियां स्पष्ट दिखाई पड़ती है मानों कि किसी तपस्यिों की तपस्थली हो।

सातताल

नैनीताल से 22 किमी. तथा भीमताल से चार किमी. की दूरी पर स्थित सातताल कुमाऊँ की सबसे रमणीक झील है। यहां पर पहले सात झीले थीं जिनमें से वर्तमान में कई झील सूख गई हैं। इनमें नल दमयंती ताल, गरूड़ या पन्ना ताल, पूर्ण ताल, लक्ष्मण ताल व राम-सीता ताल प्रमुख हैं। ये ताल आन्तरिक जलधाराओं द्वारा आपस में जुड़े हैं। नैनीताल से आने वालियागाड़ नदी के माध्यम से इन तालों का जल गौन नदी में चला जाता है।

मूल रूप से यह तीन तालों का एक समूह है, जिन्हें राम, सीता लक्ष्मण ताल कहते हैं।

इस झील की आकृति अश्वखुर के सामन है जिसकी गहराई 19 मी. है।

भीमताल

काठगोदाम से 10 किमी. उत्तर और नैनीताल से 22 किमी. पूर्व नैनीताल जिले में स्थित यह झील कुमाऊँ क्षेत्र की सबसे बड़ी झील है। इसकी लम्बाई 1674 मी. और चौड़ाई 447 मी. और गहराई 26 मी. है। त्रिभुज के आकार का यह ताल तीन तरफ से पर्वतों से घिरा है। इसमें पर्यटकों हेतु नौकाविहार की सुविधा है।

समुद्रतल से इसकी झील की ऊँचाई 1356 मीटर है।

विशालकाय झील होने के कारण इसका नाम भीमताल पड़ा है।

कहते हैं कि पाण्डु पुत्र भीम ने भूमि को खोदकर यहां पर विशाल ताल की उत्पति थी।

8. हेमकुण्ड (लोकपाल) झील के किनारे सिखों के कौन-से गुरू ने तपस्या की थी

A.गुरू रामदास

B.गुरू अर्जुन देव

C.गुरू हर राय

D.गुरू गोविन्द सिंह

गुरु गोबिन्द सिंह सिखों के दसवें गुरु थे। आपके पिताजी श्री गुरू तेगबहादुरजी के बलिदान के उपरान्त 11 नवम्बर सन 1675 को 10 वेंगुरूबने। गुरु गोबिन्द सिंह एक महान योद्धा चिन्तक, कवि, भक्त व आध्यात्मिक नेता थे। सन 1699 में बैसाखी के दिन उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की जो सिखों के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है।

9. नचिकेता ताल किस जिले में स्थित है

A.टिहरी

B.नैनीताल

C.रुद्रप्रयाग

D.उत्तरकाशी

नचिकेता ताल

यह ताल उत्तरकाशी जिलें में शहर से लगभग 32 किमी. दूर घने जंगल में स्थित है। इसके किनारे पर एक छोटा मन्दिर है।

जनश्रुति है कि उदलक के पुत्र नचिकेता के नाम पर ही इसका नाम नचिकेता पड़ा।

10. छः कोनों वाल ताल कौन सा है

A.नौकुचियाताल

B.डोडीताल

C.सातताल

D.इनमें से कोई नहीं

डोडीताल

उत्तरकाशी जिलें में शहर से लगभग 30 किमी. व गंगोरी से 18 किमी. की दूर पर स्थित यह ताल काफी आकर्षक है। 6 कोनों (षटकोण) वाला यह ताल सुन्दर मछलियों के लिए प्रसिद्ध है। भागीरथी की सहायक असौ नदी यहां से निकली है। इसके चारों ओर भोजपत्र, रई, गुरैडा, तथा देवदार के वृक्ष है। इस ताल से कुछ दूरी पर बिना जल वाला काणा या अंधाताल है। यहां से बंदरपुंछ पर्वत का सुदंर दृश्य दिखाई देता है।

11. किस झील की आकृति अश्वखुर के समान है

A.गिरीताल

B.खुरपाताल

C.सातताल

D.भीमताल

12. किस ताल में गाँधी जी की अस्थियां विसर्जित की गई थी

A.शुरवदीताल

B.बेनीताल

C.हेमकुण्ड

D.रूपकुण्ड

शुरवदीताल

रूद्रप्रयाग जनपद में स्थित यह ताल केदारनाथ धाम से मात्र 01 किलोमीटर दूर सुरम्य पर्वत श्रृंखलाओं की तलहटी में स्थित है। समुद्रतल से 3580 मीटर की ऊँचाई पर स्थित इस ताल में सन् 1948 में महात्मा गाँधी जी की अस्थियां विसर्जित की गई थी। इस ताल को चोराबाड़ी ताल भी कहा जाता है।

बेनी ताल

चमोली में कर्णप्रयाग से नन्दप्रयाग की ओर लगभग 30 किमी. और आदिबद्री से 5 किमी. की दूरी पर स्थित इस ताल की लम्बाई 320 मी. और चौड़ाई 150 मीटर है। 3 हजार की ऊँचाई पर स्थित यह ताल बाँज-बुराँस, चीड़ और काफल आदि वृक्षों के अलावा मनोरम पहाड़ियों से घिरा हुआ है। इसके निकट नन्दोदवी मन्दिर स्थित है।

13. किस ताल को कंकाली ताल कहा जाता है

A.हेमकुण्ड

B.होमकुण्ड

C.सप्तकुण्ड

D.रूपकुण्ड

14. निम्न में कौन कुण्ड चमोली जिले में स्थित नहीं है

A.ऋषिकुण्ड

B.हेमकुण्ड

C.होमकुण्ड

D.पार्वतीकुण्ड

15. निम्न में से कौन-सा एक युग्म गलत है

A.डोडीताल     –       उत्तरकाशी

B.देवरियाताल –        टिहरी

C.बेनीताल      –        चमोली

D.बासुकीताल –        रूद्रप्रयाग

16. निम्न में से कौन सा ताल टिहरी जिले में स्थित है-

A.विरहीताल

B.बेनीताल

C.गिरिताल

मंसूरताल

यह टिहरी गढ़वाल की सीमा (घुत्तु) के पास खतलिंग ग्लेशियर के ठीक सामने स्थित है। इसके पास भिलंगना नदी की सहायक नदी दूध गंगा का उद्गम स्थल दूध गंगा हिमनद है। 16,500 फीट ऊँचाई पर 3 किमी. परिाधि में फैला हुआ यह ताल बहुत सुरम्य है। कुछ पर्यटकों केा यहां ’राज‘ हंस देखने को मिले हैं। इसी ताल के पूर्वी छोर से आगे उतराई पर केदारनाथ का ट्रैकिंग का रास्ता है।

17. किस ताल को भाई-बहन ताल भी कहा जाता है

A.मासरताल

B.यम ताल

C.सिद्ध ताल

D.नरसिंह ताल

महासरताल

सहस्त्रताल झील से कुछ दूरी पर बालगंगा घाटी में स्थित यह झील दो कटोरेनुमा तालों से निर्मित है। ये दोनों ताल भाई-बहनों के ताल कहे जाते हैं। इस झील के चारों तरफ घने वृक्ष और बुग्याल स्थित है।

18. किस ताल को गाँधी सरोवर भी कहा जाता है

A.चौराबाड़ी ताल

B.नचिकेता ताल

C.आछरी ताल

D.इनमें से कोई नहीं

19. किस ताल को उत्तराखण्ड की उबलती ताल कहा जाता है

A.सातताल

B.नैनीताल

C.बयाताल

D.उपरोक्त में से कोई नहीं

20. उत्तराखण्ड की सबसे गहरी झील है

A.नौकुचियाताल

B.द्रोणसागर

C.नैनीताल

D.गिरिताल

21. नलदमयन्ती ताल किस जनपद में स्थित है

A.नैनीताल

B.अल्मोड़ा

C.पौड़ी

D.उत्तरकाशी

नलदमयन्ती ताल

उत्तराखंड राज्य, नैनीताल जिले के भीमताल में स्थित नल दमयंती झील है। इस झील की अनोखी कहानी है। यह भीमताल से लगभग 2 किलोमीटर दूरी पर स्थित है तथा यह झील सुंदर प्रकृति का आनंद लेने के लिए एक आदर्श स्थान है।

इस झील का नाम राजा “नल” और रानी “दमयंती “ के नाम पर पडा था और इसी ताल में उनकी समाधी बना दी गयी थी| इस ताल का आकर “पंचकोणी” है| 

22. श्यामला ताल कहां स्थित है

A.नैनीताल

B.उत्तरकाशी

C.चम्पावत

D.टिहरी गढ़वाल

श्यामला ताल

चम्पावत जिले में स्थित इस ताल की परिधि 2 किमी. है। गहरे श्याम रंग के जल से भरा यह ताल ऊँची-नीची पर्वतमालाओं तथा लहलहाते सीढ़ीदार खेतो से घिरा हुआ है। इसमें सफेद कमल पुष्प भी खिलते हैं। इसके अतिरिक्त यहां सूखाताल, नागताल, स्वामीताल आदि भी हैं। इसके किनारे स्वामी विवेकानन्द आश्रम स्थित है। इसके किनारे स्वामी विवेकानन्द आश्रम स्थित है। यहाँ का झूला मेला प्रसिद्ध है।

23. झीलों की नगरीसरोवरी नगरी किसे कहा जाता है

A.चमोली

B.टिहरी गढ़वाल

C.नैनीताल

D.उपरोक्त में से कोई नहीं

24. किस ताल को स्कन्दपुराण मेंत्रिऋषि सरोवरकहा गया है

A.यमताल

B.महासर ताल

C.नैनीताल

D.दुग्धाताल

नैनीताल

यह झील समुद्रतल से लगभग 1938 मीटर की ऊँचाई पर राज्य की सर्वाधिक प्रसिद्ध झील है। इसके चारों ओर नैनीताल नगर बसा हुआ है, जो झील को एक कटोरे का आकर प्रदान करता है। इस झील का उत्तरी भाग मल्लीताल तथा दक्षिणी भाग तल्लीताल कहलाता है। नैनीताल झील की लंबाई 1430 मीटर, चौड़ाई 465 मीटर तथा गहराई 16 से 26 मीटर तक है।

ऐसी मान्यता है कि इस झील का निर्माण शिव की पत्नी सती के अश्रु से हुआ है और यहां पर उनका नयन गिरने के कारण नैनादेवी शक्तिपीठ मंदिर की प्रतिष्ठा हुई। इसी कारण इस नगर का नाम नैनीताल पड़ा। इसकी खोज 1841 में शाहजहांपुर के सी.पी.बैरन ने की थी।

स्कंदुपराण के मानसखण्ड में इस झील को ’त्रिऋषि सरोवर’ कहा गया है।

इस झील के चारों ओर (केवल दक्षिणी-पूर्वी भाग को छोड़कर) ऊँचे-ऊँच 7 पहाड़ या सप्तभृंग (आयरताल, देवपात, हाड़ीवादी, चीना पीक, स्नोव्यू, आलमसरिया कांटा और शेर का डांडा ) है, जिसमें सबसे ऊँचा चीना या चाइना या नैना पीक है।

इसके दक्षिणी पूर्वी-भाग से बलिया नदी निकलती है।

तट के पास झील की ऊपरी सतह कुकुरमकरी शैवाल से आच्छादित रहती है।

25. निम्न में से किसे आछरियों का ताल कहा जाता है

A.लिगंताल

B.अप्सराताल

C.वासुकीताल

D.देवरियाताल

अप्सराताल

यह बूढ़ा केदार, टिहरी के पास स्थित है। इस झील के सम्बन्ध में कहा जाता है कि यहां हिमालय के अप्सराएं स्नान करती थी। इसे अछरी ताला भी कहते हैं।

26. केदारनाथ त्रासदी का मुख्य कारण कौन-सा ताल था

A.श्यामतला ताल

B.चौराबाड़ी ताल

C.देवरियाताल

D.वासुकिताल

27. निम्न में से कौन-सा ताल नीले रंग के कमल के लिए प्रसिद्ध है

A.वासुकिताल

B.डोडीताल

C.नचिकेताताल

D.मंसूरताल

28. स्वर्णताल का पुराना नाम है

A.नानक सागर बाँध

B.भालूबाँस

C.सुमारताल

D.उपरोक्त में स कोई नहीं

29. निम्न में से किसेक्षीर-सागरभी कहा जाता है

A.हेमकुण्ड

B.केदारताल

C.सतोपंथताल

D.नचिकेताताल

30. निम्न में से लाल पानी वाल अनूठा ताल है

A.सातताल

B.बासुकीताल

C.अप्सराताल

D.बदाणीताल

बासुकीताल

टिहरी गढ़वाल के सुदूर उत्तर पूर्वी सीमा पर केदारनाथ के पश्चिम लाल पानी वाला यह अनूठा ताल स्थित है। इसके लाल पानी की कथा बासुकी नाग से जुड़ी है। 4,150 मी. की ऊँचाई पर स्थित यह ताल नीले रंग के कमल के लिए प्रसिद्ध है।

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